कई तिमाहियों की गिरावट के बाद ज्यादातर सूचीबद्ध क्विक सर्विस रेस्टोरेंट (क्यूएसआर) कंपनियों ने वित्त वर्ष 2025 की दिसंबर तिमाही में सेम स्टोर बिक्री में सुधार दर्ज किया है। सभी प्रमुख कंपनियों के मंथर सुधार की वजह से कुछ ब्रोकरों ने भी इन कंपनियों के परिदृश्य पर अब ज्यादा सकारात्मक नजरिया अपनाया है। बिक्री में इस सुधार का असर क्यूएसआर कंपनियों की शेयर कीमतों में भी नजर आता है। जुबिलेंट फूडवर्क्स को छोड़कर ज्यादातर क्यूएसआर कंपनियों के शेयरों ने पिछले 6 महीनों में नकारात्मक रिटर्न यानी घाटा दिया है। मोतीलाल ओसवाल रिसर्च ने हाल में अपना आउटलुक ‘सतर्क’ से अपग्रेड कर ‘सकारात्मक’ कर दिया है, क्योंकि इस सेगमेंट में तीसरी तिमाही में सुधार के कुछ संकेत दिखने लगे हैं।
ब्रोकरेज के विश्लेषकों नवीन त्रिवेदी और तनु जिंदल का कहना है, ‘बाहर खाने वाले लोगों की संख्या और ऑर्डरों की संख्या में धीरे-धीरे सुधार हो रहा है जबकि डिलिवरी वाला बिक्री माध्यम भी लगातार अच्छा प्रदर्शन कर रहा है। मध्य आय वाले परिवारों (जो क्यूएसआर चेन के प्रमुख ग्राहक आधार हैं) के बाहर खाने-पीने के चलन में तेजी की संभावना है जिससे संबंधित कंपनयों की सेम स्टोर बिक्री में तेजी और समग्र उद्योग के विस्तार को मदद मिलेगी।’
मैक्वेरी रिसर्च ने पिछले महीने अपनी एक रिपोर्ट में कहा था कि एक वर्ष तक सेम स्टोर की कमजोर बिक्री वृद्धि के बाद अब रेस्तरां कंपनियों की मांग में धीरे धीरे सुधार की संभावना है। यह सुधार एसएसएस यानी सेम-स्टोर सेल (एसएसएस ) में मजबूत वृद्धि पर आधारित होगा। इसके बाद वृद्धि की गति बढ़ने के साथ-साथ स्टोरों की लगातार संख्या बढ़ेगी और अंततः परिचालन लाभ मार्जिन में सुधार होगा।
जहां ज्यादातर क्यूएसआर चेन में अब सुधार के संकेत दिख रहे हैं, वहीं जुबिलेंट इस मामले में अलग रही है और लगातार एसएसएस पैमाने पर वृद्धि दर्ज कर रही है। दिसंबर तिमाही लगातार ऐसी थी जिसमें सेम स्टोर सेल में बढ़ोतरी हुई। सालाना आधार पर एसएसएस में 12.5 प्रतिशत की वृद्धि के साथ ही इसके स्टोरों में औसत दैनिक बिक्री में वृद्धि कि बदौलत जुबिलेंट को स्टैंडअलोन राजस्व में 18.9 प्रतिशत की वृद्धि हासिल करने में मदद मिली। हालांकि ब्रोकरेज ने कंपनी के मजबूत परिचालन प्रदर्शन की पुष्टि की है, लेकिन वे इस शेयर पर ‘होल्ड’/‘न्यूट्रल’ रेटिंग बनाए हुए हैं, क्योंकि इन सकारात्मक नतीजों का असर शेयर पर पहले ही दिख चुका है।
मजबूत सेम स्टोर सेल वृद्धि वाली अन्य क्यूएसआर कंपनी वेस्टलाइफ फूडवर्ल्ड ने तीसरी तिमाही में 2.8 फीसदी की वृद्धि दर्ज की। इसके साथ ही उसने सालाना आधार पर लगातार गिरावट की चार तिमाहियों का सिलसिला तोड़ दिया। मैकडॉनल्ड की फ्रैंचाइजी की वृद्धि स्टोरों में ज्यादा ग्राहकों की आवक, औसत बिल की स्थिर कीमत, डाइन-इन चैनल में सुधार और 2023-24 की तीसरी तिमाही से न्यून आधार के कारण थी। नुवामा रिसर्च का मानना है कि प्रमुख पहल – ऐवरीडे मैकसेवर मील और मैकसेवर कॉम्बोज से ग्राहकों की आवक में सुधार आ रहा है। हालांकि उसने अपना वित्त वर्ष 2025 का राजस्व अनुमान सुस्त मांग और प्रति स्टोर राजस्व में धीमे सुधार की वजह से 9 प्रतिशत तक घटा दिया है।
केएफसी और पिज्जा हट की फ्रैंचाइजी देवयानी इंटरनैशनल और सफायर फूड्स इंडिया ने मिले-जुले वित्तीय नतीजे दिए हैं। सफायर ने एसएसएस वृद्धि के लिहाज से कुछ हद तक बेहतर प्रदर्शन किया है।
देवयानी की केएफसी बिक्री सालाना आधार पर 9 प्रतिशत तक बढ़ी और इसे स्टोरों की संख्या में 17 प्रतिशत वृद्धि से मदद मिली। हालांकि स्टोर विस्तार से मिला लाभ एसएसएस बिक्री में 4 प्रतिशत की गिरावट से खत्म हो गया। इसके विपरीत, सफायर के केएफसी ने एसएसएस वृद्धि में 3 प्रतिशत की कमी दर्ज की जबकि उसका राजस्व 12 प्रतिशत तक बढ़ गया। राजस्व को स्टोरों की संख्या में 22 फीसदी इजाफा होने से मदद मिली।पिज्जा हट के मोर्चे पर, देवयानी का राजस्व सालाना आधार पर 6 प्रतिशत तक बढ़ा। इसे नए स्टोरों की संख्या में 14 फीसदी के इजाफे से मदद मिली, हालांकि एसएसएस वृद्धि में 0.8 फीसदी तक की कमजोरी आई। सफायर के पिज्जा हट का परिचालन काफी शानदार रहा और उसे 5 प्रतिशत एसएसएस वृद्धि और नए स्टोरों की संख्या में करीब 6 प्रतिशत वृद्धि से मदद मिली। इससे कुल राजस्व में 10 प्रतिशत की वृद्धि को बढ़ावा मिला। मोतीलाल ओवाल रिसर्च ने देवयानी पर ‘खरीदें’ रेटिंग दी है। उसका मानना है कि निगरानी वाले मुख्य कारकों में औसत दैनिक बिक्री और एसएसएस वृद्धि में सुधार शामिल है और इकाई की आर्थिक लागत में ये ही अहम हैं। वृद्धि से जुड़ी चुनौतियों के कारण पिछले तीन वर्षों से यह शेयर लगभग सपाट बना हुआ है।
सेंट्रम रिसर्च ने सफायर पर अपनी ‘बेचें’ रेटिंग बनाए रखी है। ब्रोकरेज को मजबूत प्रबंधन और क्रियान्वयन क्षमता में सुधार से कायाकल्प की उम्मीद है। उसका कहना है कि हालांकि कमजोर उपभोक्ता मांग, चिकन क्यूएसआर सेगमेंट में बढ़ती प्रतिस्पर्धा और घटते डिस्क्रेशनरी खर्च अल्पावधि जोखिम हैं। बर्गर किंग फ्रैंचाइजी का परिचालन करने वाली रेस्टोरेंट ब्रांड्स एशिया ने सालाना आधार पर 11 प्रतिशत की राजस्व वृद्धि दर्ज की। प्रभुदास लीलाधर रिसर्च ने इस शेयर के लिए अपना कीमत लक्ष्य घटा दिया है और ‘होल्ड’ रेटिंग बरकरार रखी है।
First Published – February 16, 2025 | 10:46 PM IST